दूरियां रास्तों की हो तो कोई हर्ज नहीं,
दिलों के फासले से आप दूरियां रखना।
मिलेगी रौशनी हजारों चरागों वाली,
न भूलना दीये से यारियां रखना ।।
जुर्म के आम झूलते झूठ के पेड़ों पर,
हाथ में सत्य की आरियां रखना ।।
लगे न दाग, ना दामन कभी ये मैला हो,
कपड़ों पे मेहनत की कारियां रखना ।।
छीन लें किसी का हक़ न 'देव' ऐसा हो,
मेरे पास चाहे तो लाचारियां रखना ।।
- देवेश
दिलों के फासले से आप दूरियां रखना।
मिलेगी रौशनी हजारों चरागों वाली,
न भूलना दीये से यारियां रखना ।।
जुर्म के आम झूलते झूठ के पेड़ों पर,
हाथ में सत्य की आरियां रखना ।।
लगे न दाग, ना दामन कभी ये मैला हो,
कपड़ों पे मेहनत की कारियां रखना ।।
छीन लें किसी का हक़ न 'देव' ऐसा हो,
मेरे पास चाहे तो लाचारियां रखना ।।
- देवेश
6 comments:
gazab........
i enjoy exactly how you receive your level throughout.
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अतीव रम्या रचना..!
अतीव रम्या रचना देवेश..!
Dhanyawad sir.
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